बस्तर में नक्सलियों के दहशत को देखते हुए पोलिंग पार्टी की सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. इसके लिए वायु सेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होगा.
रायपुर/जगदलपुर – बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में 7 नवंबर को मतदान होना है. सभी सीट नक्सल समस्या से ग्रसित हैं और यहां पर शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी बड़ी चुनौती होती है. वहीं चुनाव से पहले ही बस्तर के कई नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली चुनाव बहिष्कार की धमकी देते हुए अंदरूनी क्षेत्रों की सड़कों पर पर्चे फेंक रहे हैं और पोलिंग बूथ पर भी बैनर लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. नक्सलियों की सक्रियता को देखते हुए हजारों की संख्या में बस्तर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. मतदान केंद्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
वायु सेना के MI-17 हेलिकॉप्टर से मतदान केंद्रों तक पोलिंग पार्टी को पहुंचाने का काम किया जा रहा है. हालांकि सुरक्षा कारणों से बस्तर पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है कि किन-किन मतदान केंद्रों में हेलीकॉप्टर से मतदान दलों को पहुंचाने का काम किया जाएगा.
10 से ज्यादा हेलीकॉप्टर होंगे इस चुनाव में तैनात
बस्तर के अंदरुनी इलाकों में ड्रोन, हेलीकॉप्टर और जवानों के माध्यम से नजर रख रही है. नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश देने के लिए लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. बीते 2 सप्ताह में एंटी नक्सल ऑपरेशन में कुछ नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है. हालांकि अपने साथियों की मौत से बौखलाए नक्सली अंदरूनी इलाकों में छुटपुट वारदातों को अंजाम भी दे रहे हैं, इन्हीं वारदातों को ध्यान में रखते हुए और पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए बस्तर में 10 से अधिक MI17 हेलीकॉप्टर इस बार तैनात किए जा रहे हैं.
आईजी ने दी यह जानकारी
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इन हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान दलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में बनाए गए मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा, साथ ही ऐसे इलाकों में जो पहुंच विहीन इलाका है वहां भी जवानों को पहुंचाने का काम हेलीकॉप्टर के माध्यम से किया जाएगा. हालांकि सुरक्षागत कारणों से आईजी ने यह नहीं बताया कि बस्तर संभाग के किन इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी.
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जवानों के साथ-साथ वायु सेना के पायलट बस्तर के अंदरूनी इलाकों में हेलीकॉप्टर के माध्यम से ही घायल जवानों की जान बचाने में और मतदान दलों को मतदान के बाद केंद्रों से सुरक्षित लाने में संजीवनी साबित हुए हैं. इस बार अंदरूनी इलाकों में 126 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं यहां मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा सकती है.