इस साल शरद पूर्णिमा की रात को अंतिम चंद्रग्रहण लगने जा रहा है…यह चंद्रग्रहण भारत में रहने वालों के लिए बेहद खास होगा…भारत में दिखाई देने के कारण सूतक भी मान्य होगा…
प.अरविन्द मिश्रा रायपुर – साल 2023 का आखिरी चंद्रग्रहण अक्टूबर महीने में लगने जा रहा है. चंद्रग्रहण धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. आपको बता दें कि इस साल का पहला चंद्रग्रहण 5 मई को वैशाख पूर्णिमा का दिन लगा था. भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया था. लेकिन, साल का आखिरी चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देने वाला है. सर्वपितृमोक्ष अमावस्या के दिन 14 अक्टूबर को सूर्यग्रहण रहेगा जबकि शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को चंद्रग्रहण रहेगा.
इस बार शरद पूर्णिमा का पर्व चंद्रग्रहण के साए में मनाया जाएगा. आश्विन शुक्ल पूर्णिमा अथवा शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर को है. इस बार शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि चंद्रग्रहण से चांदनी की रोशनी में खीर को शीतलता नहीं दी जा सकेगी. शरद पूर्णिमा पर पूजा अर्चना समते अन्य कार्यक्रम दिन में ही आयोजित किए जाएंगे. रात 1:05 बजे से चंद्रग्रहण शुरू हो जाएगा और इसका सूतक 28 अक्टूबर की शाम 4:05 बजे से ही लग जाएगा. इसके चलते न तो ठाकुर जी को स्पर्श किया जा सकेगा और न ही भोग की खीर बन सकेगी.
खीर पर भी ग्रहण
वहीं चंद्रमा की शीतल रोशनी में बनने वाली खीर भी इस बार ग्रहण के चलते मध्यरात्रि में नहीं बन पाएगी. ग्रहण खत्म होने के बाद ही खीर बना सकेंगे. ऐसा नौ साल के बाद हो रहा है. यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र एवं मेष राशि पर होगा. ग्रहण का प्रारंभ ईशान कोण से होगा और मोक्ष चंद्रमा के अग्नि कोण पर होगा.