डोंगरगढ़ में स्थित विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी माता में चैत्र नवरात्र को लेकर तैयारियां चल रही है. मंदिर को लेकर लोगों में काफी आस्था है. यहां हर साल चैत्र नवरात्र पर लाखों की भीड़ उमड़ती है.
डोंगरगढ़ – नवरात्र के समय यहां छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से लाखों की संख्या में भक्त मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने आते हैं. इस साल भक्त की संख्या काफी ज्यादा होने की आशंका है. जिन्हें देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने संयुक्त बैठक की.
आगामी 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि पर्व शुरू होने वाला है. जिसे लेकर शासन, प्रशासन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. डोंगरगढ़ स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर में साल में दो बार मेला लगता है. चैत्र नवरात्रि और नवरात्रि के पर्व पर यहां लाखों की संख्या में भक्त बमलेश्वरी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.
छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा अन्य राज्यों से भी भारी तादाद में भक्त मां बमलेश्वरी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. लाखों की संख्या में भक्तों आने के अनुमान को देखते हुए जिला प्रशासन सारी व्यवस्था करने में जुट गया है. भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात करने की तैयारी कर ली गई है. वहीं इस संदर्भ में मंदिर ट्रस्ट समिति और प्रशासन की संयुक्त बैठक हुई जिसमें जिला कलेक्टर और एसपी राजनांदगांव शामिल हुए.
राजनांदगांव कलेक्टर डोमन सिंह की अध्यक्षता में मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति की बैठक मंदिर प्रांगण में संपन्न हुई. बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपने विभागों से संबंधित सौंपे गए कार्यों को जिमेदारी पूर्वक निर्वहन करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि बड़ी संख्या में दर्शनार्थी माता जी के दर्शन को आते हैं.
यात्रियों और पदयात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए सभी अधिकारीयो की जिम्मेदारी है. कलेक्टर ने कहा कि पदयात्री जिधर से आते हैं अगर वह सड़क मरम्मत करने योग्य हो तो उन सड़कों का मरम्मत जल्द से जल्द करवा कर पैच वर्क और मरम्मत पूरा किया जाए.
सोलह सौ फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर स्थित मां बमलेश्वरी देवी मंदिर एक लोकप्रिय स्थल है. यह महान आध्यात्मिक महत्व का है और इस मंदिर के साथ कई किंवदंतियों को भी शामिल किया गया है. आसपास के इलाके में एक और प्रमुख मंदिर छोटा बोलेश्वरी मंदिर है. भक्त नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में इकठ्ठा होते हैं.
शिवजी मंदिर और भगवान हनुमान को समर्पित मंदिर भी यहां स्थित हैं. मान्यता है कि माता बम्लेश्वरी 10 महाविद्याओं में से एक बगलामुखी देवी का ही स्वरूप हैं.
मंदिर में पूरे साल श्रद्धालु आते रहते हैं लेकिन नवरात्र के दिनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यहां उमड़ती है. खास बात ये कि मंदिर तक पहुंचने के लिए एक हजार सीढ़ियां चढ़नी होती हैं. हालांकि जो लोग सीढ़ियां चढ़ने में सक्षम नहीं हैं उनके लिए रोपवे की भी व्यवस्था है.