इम्फाल – मणिपुर में एक फिर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ पहाड़ी इलाकों में अफस्पा 6 महीने के लिए बढ़ा दी गई है तो वहीं प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी दफ्तर को आग लगा दी है।
मणिपुर में एक फिर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ पहाड़ी इलाकों में अफस्पा 6 महीने के लिए बढ़ा दी गई है तो वहीं प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी दफ्तर को आग लगा दी है। दरअसल, गुरुवार को उग्र भीड़ ने थौबल जिले में बीजेपी मंडल कार्यालय को आग लगा दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक कार्यालय में रखा सामान जलकर खाक हो चुका था। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
विरोध प्रदर्शन में 90 छात्र घायल
इससे पहले बुधवार को ही जारी विरोध प्रदर्शन में 90 से अधिक छात्र घायल हो गए। वहीं, राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम आतंकवादियों द्वारा दो स्कूली छात्रों – एक लड़के और एक लड़की – के ‘अपहरण और हत्या’ के मामले की जांच करने के लिए यहां पहुंची। छात्रों के लापता होने के बाद राज्य सरकार ने अगस्त में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित
विरोध तेज होने पर सरकार ने मंगलवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दीं। बड़ी संख्या में छात्र संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा की गई दोहरी हत्याओं पर नारे लगाते हुए बाहर आए। इम्फाल के रहने वाले हिजाम लिनथोइंगनबी और फिजाम हेमनजीत पर छह जुलाई को कुछ उग्रवादियों ने हमला कर दिया था। दोनों छात्रों के बारे में तब तक पता नहीं था जब तक कि उनकी कैद के दौरान ली गई कुछ तस्वीरें सोमवार को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर सामने नहीं आईं। कथित तौर पर बच्चों की हत्या से कुछ क्षण पहले ली गई एक वायरल तस्वीर में दो हथियारबंद आतंकवादी भी देखे गए थे। पंजाब केशरी से साभार