आवास के रेनोवेशन मामले में सीबीआई की जांच को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है
नई दिल्ली – आवास के रेनोवेशन मामले में सीबीआई की जांच को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा कि इस बार जांच में कुछ नहीं मिला तो क्या पीएम इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि ये पहली बार नहीं है। प्रधानमंत्री घबराये हुए हैं। अब तक 50 से ज्यादा जांच हो गई है। 33 से ज्यादा केस किया। सारी जांच की लेकिन कुछ नहीं मिला। इस जांच का स्वागत है। कुछ मिलने वाला नहीं। ये काम करते नहीं सिर्फ भाषणबाजी करते हैं।
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “अब इन्होंने CM आवास की CBI जाँच शुरू करवा दी। प्रधानमंत्री जी घबराए हुए हैं। ये उनकी घबराहट दिखाता है। मेरे ख़िलाफ़ enquiry कोई नई बात नहीं है। अभी तक मेरे ख़िलाफ़ पिछले 8 साल में 50 से ज़्यादा मामलों में enquiry करवा चुके हैं। बोले केजरीवाल ने स्कूल बनवाने में घोटाला कर दिया, बस घोटाला, शराब घोटाला, सड़क घोटाला, पानी घोटाला, बिजली घोटाला। दुनिया में शायद सबसे ज़्यादा enquiry मेरी हुई होंगी। किसी केस में कुछ नहीं मिला। इसमें भी कुछ नहीं मिलेगा। जब कुछ गड़बड़ है ही नहीं तो क्या मिलेगा।“
केजरीवाल ने एक लंबी पोस्ट में लिखा, “एक चौथी पास राजा से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है? 24 घंटे बस enquiry-enquiry का गेम खेलते रहते हैं, या फिर भाषण देते रहते हैं। काम तो कुछ करते नहीं। वो चाहते हैं कि मैं भी दूसरे नेताओं और पार्टियों की तरह उनके साथ मिल जाऊँ। पर मैं इनके सामने झुकने वाला नहीं, चाहे वो मेरी जितनी मर्ज़ी फ़र्ज़ी enquiry करवा लें, जितने मर्ज़ी केस कर लें। मैं भी उन्हें चैलेंज देता हूँ – जैसे पिछली सारी जाँचों में कुछ नहीं निकला, वैसे ही अगर इस enquiry में भी कुछ नहीं निकला तो क्या झूठी enquiry करने के जुर्म में इस्तीफा देंगे?”
आप ने जांच का स्वागत किया, बीजेपी पर साधा निशाना
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि वह जांच का स्वागत करती है और दावा किया कि ‘जैसा कि अब तक अन्य सभी मामलों में हुई पिछली जांचों में हुआ है, इसमें कुछ भी सामने नहीं आएगा।” पार्टी ने आरोप लगाया, “यह ‘आप’ को बदनाम करने की बीजेपी की हताश भरी कोशिश है।” अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने दिल्ली सरकार के अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ पीई दर्ज की है। पीई यह देखने के लिए दर्ज की जाती है कि क्या आरोपों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के वास्ते प्रथम दृष्टया कोई सामग्री है या नहीं।
पीडब्ल्यूडी से आवास से संबंधित रिकॉर्ड मांगे गए
सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सोमवार को पत्र लिखकर उससे आवास से संबंधित रिकॉर्ड मांगे हैं जिनमें बदलाव के संबंध में उसके अधिकारियों की सिफारिश और मंजूरी, निविदा दस्तावेज़, ठेकेदारों द्वारा लगाई गई बोली, भवन योजना को मंजूरी और मॉड्यूलर रसोईघर, मार्बल का फर्श और अन्य सजावटी कार्य जैसी बेहतर विशिष्टताओं के लिए ग्राहक से अनुरोध शामिल हैं।
एजेंसी ने पीडब्ल्यूडी से ठेकेदार एके बिल्डर्स और परियोजना के सलाहकार को किए गए भुगतान से संबंधित रिकॉर्ड जमा करने को भी कहा। साथ में कई अन्य दस्तावेज़ भी मांगे हैं। अप्रैल में कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया था कि केजरीवाल के सिविल लाइंस में छह फ्लैगस्टाफ रोड स्थित सरकारी घर में “अतिरिक्त निर्माण/परिवर्तन’ के लिए 43.70 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे जबकि खर्च 44.78 करोड़ रुपये किए गए। दस्तावेजों के मुताबिक, यह पैसा नौ सितंबर 2020 से जून 2022 के बीच छह किस्तों में खर्च किया गया।