नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो प्रोग्राम मन की बात को संबोधित कर रहे हैं। यह मन की बात का 105वां एपिसोड है। पीएम मोदी का फोकस, चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और जी20 समिट की सफलता पर रहा।
बता दें, पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे मन की बात रेडियो कार्यक्रम को संबोधित करते हैं। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे रेडियो और पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल समेत सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया जाता है।
प्रधानमंत्री ने 27 अगस्त को रेडियो शो के 104वें संस्करण को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने शिखर सम्मेलन के बारे में बात की थी और कहा था कि इस मेगा इवेंट की भारत की अध्यक्षता के क्या मायने हैं।
पीएम मोदी ने अपने एक्स हेंडल पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रेरक जीवन यात्राओं को उजागर करने में हमेशा खुशी होती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो पर मन की बात प्रोग्राम के जरिए देश को संबोधित किया। यह कार्यक्रम मोदी सरकार 2.0 का 25वां और ओवरऑल 78वां एपिसोड था। PM ने मध्यप्रदेश के बैतूल के एक गांव के लोगों से बात की। लोगों ने उन्हें बताया कि हमारे यहां कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इससे मौत हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा हमें भ्रम नहीं फैलने देना है। मैंने वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं। मेरी मां ने 100 साल की उम्र में वैक्सीन के दोनों डोज लगवाए हैं। हमारे देश के 20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन ली है। ऐसा कुछ भी नहीं है। आप भी वैक्सीन लगवाइए और बाकियों को भी प्रेरित करिए।
वायरस बहरूपिया, वैक्सीन ही बचाएगी
बैतूल के गांव में रहने वाले किशोरी लाल से PM मोदी ने पूछा कि आपने भी वैक्सीन पर फैलाए जा रहे भ्रम के बारे में सुना है क्या? किशोरी लाल ने जवाब दिया कि रिश्तेदार बताते हैं कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों की मौत हो जाती है। इस पर मोदी ने कहा कि इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना। हमें जिंदगी बचानी है, लोगों को बचाना है, देश को बचाना है। यह बीमारी बहरूपिए की तरह है। यह रंग रूप बदलकर हमला करती है।
उन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन हमारा हथियार है। हमारे वैज्ञानिकों ने बड़ी मेहनत करके वैक्सीन बनाई है। इस अभियान में माताओं-बहनों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जोड़ना चहिए।
आदिवासी भाइयों की सूझबूझ बनेगी केस स्टडी
प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी-ना-कभी, ये विश्व के लिए केस स्टडी का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों ने, हमारे वनवासी आदिवासी, भाई-बहनों ने, इस कोरोना काल में, किस तरह अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया। गांव के लोगों ने क्वारैंटाइन सेंटर बनाए। किसी को भूखा नहीं सोने दिया, खेती का काम भी रुकने नहीं दिया। नजदीक के शहरों में दूध-सब्जियां, ये सब हर रोज पहुंचता रहे, ये भी गांवों ने सुनिश्चित किया, यानी खुद को संभाला, दूसरों को भी संभाला।
डॉक्टरों के योगदान के हम सब आभारी
मोदी ने कहा कि 1 जुलाई को हम नेशनल डॉक्टर्स डे मनाएंगे। यह दिन देश के महान चिकित्सक और स्टेट्समैन, डॉक्टर बीसी राय की जन्म जयंती को समर्पित है। कोरोना-काल में डॉक्टर्स के योगदान के हम सब आभारी हैं। मोदी ने कहा कि श्रीनगर की डल झील में एक बोट एंबुलेंस सर्विस की शुरूआत की गई है। ये अच्छी पहल है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स डे पर उन्होंने कहा कि मैंने कुछ वर्ष पहले देश के चार्टड अकाउंटेंट्स से, ग्लोबल लेवल की भारतीय ऑडिट फर्म्स का उपहार मांगा था। आज मैं उन्हें इसकी याद दिलाना चाहता हूं। मोदी ने सरकार में सचिव रहे गुरु प्रसाद महापात्रा को भी याद किया।