रायपुर – बेटी बचाओ मंच महादेव घाट तथा रायपुरा परिक्षेत्र की ओर से बोल बम भवन में तीज महोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मंच के प्रदेश अध्यक्ष ललित मिश्रा तथा विशेष अतिथि महादेव घाट परिक्षेत्र अध्यक्ष रत्ना शर्मा व रायपुरा अध्यक्ष शिखा शर्मा थे। महोत्सव में महिलाओं द्वारा संगीत की धुन पर समूह नृत्य खूब वाहवाही बटोरी।
तीज क्वीन प्रतियोगिता के लिए प्रतियोगियों को पारंपरिक परिधान, श्रृंगार, प्रश्नोत्तरी, रैंप वॉक तथा तीज पर अपने संस्मरण आदि विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ा। प्राप्त अंकों के आधार पर शारदा मिश्रा तीज क्वीन विजेता तथा इमला ठाकरे व मोना द्विवेदी उपविजेता घोषित हुए। श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए भारतीरोमनाथ शर्मा, अंजनी शर्मा तथा मनीषा मिश्रा चुने गए ।रत्ना शर्मा ,शिखा शर्मा को श्रेष्ठ निर्णायक का अवार्ड दिया गया ।उक्त अवसर पर आयोजित नृत्य में बेहतर प्रदर्शन पर प्रमिला कोपुलवार, सरला इंग्ले तथा रंजना शर्मा पुरस्कृत हुए। 55 से अधिक उम्र की महिलाओं का समूह नृत्य ने सबको हैरानी में डाल दिया।
उक्त अवसर पर तीजा पोरा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश अध्यक्ष ललित मिश्रा ने कहा- जब धान की बालियों में दूध भर आता है तो इसे पोर फुटना कहते हैं ।इसलिए इस पर्व को पोरा(पोला) कहा जाता है। खेतों में बैलों के विशेष महत्व के कारण बैल पूजन किया जाता है। बेटियों को गृहस्थ जीवन जीने की कला सीखने के लिए मिट्टी के चूल्हा, जाता, बर्तन देते हैं ताकि खेल-खेल में समझ सके कि आगे चलकर कैसे गृहस्थी संभालना है। पदाधिकारियो ने उक्त अवसर पर बैल पूजन के साथ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पकवान ठेठरी, खुरमी ,बबरा, अइरसा , देहरौरी, पिड़िया, पप्ची , चौसेला का प्रदर्शन किया। अंत में करू भात के लिए करेला चने की सब्जी, कढ़ी के साथ छत्तीसगढ़ी व्यंजन की व्यवस्था की गई थी।