कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के ग्राम ठेकवा में आयोजित ‘भरोसे का सम्मेलन’ में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
रायपुर – कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के ग्राम ठेकवा में आयोजित ‘भरोसे का सम्मेलन’ में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी, आईटी और सीबीआई लगाकर लोकतंत्र का नाश करने लगी है। हम भारत जोड़ने में लगे हैं और बीजेपी भारत को टुकड़े-टुकड़े करने में लगी है। रायपुर में कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के दिन ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के यहां ईडी के छापे पड़े। कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए उसी दिन ही छापेमारी की गई। कांग्रेस को डराने के लिए ऐसा काम किया गया। ईडी, सीबीआई और आईटी हमारे पीछे रखे गए हैं, लेकिन कांग्रेस डरने वाली नहीं है। हम मुकाबला करने वाले हैं और करेंगे।
‘मेरे आने से पहले ईडी की कार्रवाई’
उन्होंने कहा कि मैं रायपुर कल आने वाला था, उसके पहले ही ईडी की कार्रवाई हुई। अगर हम डरते तो देश को आजादी नहीं दिला पाते। अगर हम डरते तो फांसी पर नहीं चढ़ते। अगर हम डरते तो इंदिरा गांधी अपनी जान नहीं देती। अगर हम डरते तो राजीव गांधी अपनी जान नहीं देते। देश को बचाने के लिए हमने अपनी कुर्बानी दी।
‘कैग रिपोर्ट में 7 लाख करोड़ से भी ज्यादा घोटाले हुए’
खड़गे ने मंच से दावा करते हुए कहा कि कैग रिपोर्ट में 7 लाख करोड़ से भी ज्यादा घोटाले हुए हैं। इसके केंद्र सरकार हमें डरा रही हैं। टू-जी कोल आदि के नाम पर डराते हैं। महंगाई और अनएप्लाईमेंट रोक नहीं पा रहे हैं। बीजेपी की सरकार बनने पर मोदी ने 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था। 10 साल हो गए हैं। ऐसे में 20 करोड़ नौकरियां अब तक नहीं मिलीं। कार्यक्रम में 355 करोड़ रुपए से अधिक के 1867 कार्यों लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ। 8 हजार 593 हितग्राहियों को 3 करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक राशि बांटी गई।
पढ़ें, खड़गे के संबोधन की अहम बातें
- पीएम ने 15 लख रुपए देने का वादा किया था, जो अब तक सपना है।
- मणिपुर में दंगा चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार मणिपुर में झांकी तक नहीं। मणिपुर में दंगे हो रहे हैं और दिल्ली में जी-20 चल रहा है। दिल्ली में जितने खंभे हैं हर खंभे के ऊपर पीएम मोदी का पोस्टर लगा है।
- हम इंडिया के नाम से एक संगठन बनाकर काम कर रहे हैं। इंडिया के नाम से बीजेपी घबराई हुई है। अब वह भारत रखो… भारत रखो… रट लगाई हुई है।
- संविधान में भी लिखा है इंडिया इज द भारत।
- इंडिया वर्सेस भारत की मानसिकता के खिलाफ लड़ना है।
- मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आप जैसा कर रहे हैं, दूसरा भी आएगा तो वैसा ही करेंगा।
- यह मोदी का गुजरात मॉडल नहीं है। यह कांग्रेस का, भूपेश बघेल का, उनके मंत्रिमंडल का छत्तीसगढ़ मॉडल है।
- पीएम मोदी को छत्तीसगढ़ में आकर देखना चाहिए। सिर्फ भाषण करके चले जाते हैं। नरेंद्र मोदी किसी को बोलने का चांस तक नहीं देते ।
- पहले और भाइयों और बहनों बोलते थे, अब परिवारजनों बोल रहे हैं। यह नया स्लोगन शुरू हुआ है। छत्तीसगढ़ में जेपी नड्डा और अमित शाह भी आ रहे हैं। चुनाव के पहले झांकते तक नहीं थे।
- नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 सालों में छत्तीसगढ़ में 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। केंद्र सरकार पूछती है कि कांग्रेस ने क्या किया तो हम ये रिपोर्ट दे रहे हैं।
- छत्तीसगढ़ भाईचारा की धरती है और सद्भाव की धरती है। जांजगीर चांपा में मेडिकल कॉलेज खोलने की मैंने घोषणा की थी सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मेरी सरकार फिर से दोबारा आएगी तो राजनांदगांव और जांजगीर चांपा में मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। भूपेश बघेल ने जो वादे किए हैं वह पूरे होंगे।
- रमन सिंह की सरकार में सिर्फ अपने लोगों में पूछते थे।
- भूपेश सरकार की योजनाओं का बखान किया।
- केंद्र सरकार केवल अंबानी-अदानी को देखने में लगी है।
- मीडिया समेत अन्य लोगों को लिखने से डराया जा रहा है।
- कांग्रेस को जो पैसा मिलना था, वह अब तक नहीं मिला। ये छत्तीसगढ़ का पैसा है। नई पेंशन स्कीम में कर्मचारियों की जमा 19 हजार करोड रुपए फंसे हैं। जिसे केंद्र सरकार नहीं दे रही है। इसके बाद कहते हैं हम सब कुछ दे रहे हैं, लेकिन 19000 करोड़ अभी तक छत्तीसगढ़ को नहीं मिला है। मेरे लिए छत्तीसगढ़ महत्वपूर्ण है क्योंकि मैं यहीं से चुना गया हूं।
- राजनांदगांव जिले के पुरोधाओं का स्मरण किया। इसके साथ ही गुरु घासीदास, शहीद वीरनारायण सिंह को नमन किया।
- छत्तीसगढ़ का इतिहास बलिदान का है। यह सांप्रदायिक सद्भाव की धरती है।
- मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने जिस तरह से काम किया है। वो अभूतपूर्व है। जो भरोसा उन्होंने किया वो निभाया है।
- गांधी जी कहते थे कि मैं ऐसे भारत का निर्माण करना चाहता हूँ जहां गरीब से गरीब आदमी भी महसूस करें कि देश उनका है। एक जमाना था जब बहुत कम धान किसानों का खरीदा जाता था। अब इस साल एक लाख सात हजार मीट्रिक टन धान खरीदा जा रहा है।
- 19 लाख किसानों का कृषि ऋण माफ किया गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना हमने लाई।
- इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ किये गये। लघु वनोपज हम लोग खरीद रहे हैं। आदिवासी भाईबहनों को वनाधिकार दिया गया।
- हमने बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया।
- केंद्र सरकार ने भी छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की बहुत तारीफ की।
सीएम भूपेश बघेल के संबोधन की 10 बड़ी बातें
- आज भरोसे के सम्मेलन में आप सभी के बीच हम उपस्थित हुए हैं। यहां खूब बारिश हो रही है। अन्नदाता बहुत खुश है।
- अब तक 4 भरोसे का सम्मेलन हो चुका है। आज हमारे बीच खड़गे दोबारा आये हैं। यह मुक्तिबोध की धरती है। हमारे लोककलाकारों की धरती है।
- राजनांदगांव संस्कारधानी है। यहाँ से निकले बड़े कलाकारों को नमन करता हूँ। सबका राशन कार्ड बन रहा है। किसी का राशन कार्ड कट नहीं रहा है। नई बहू आ गई, परिवार अलग हो गया तो भी राशन कार्ड बन रहा है।
- आदिवासी क्षेत्र में गुड़ बंट रहा है। किसी गरीब को अनाज के बिना तकलीफ नहीं हो रही है। हम किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदेंगे।
- कोरोना महामारी के बावजूद हमने किसानों से धान की खरीदी जारी रखी। हम हमेशा किसान, मजदूर के हित में काम करते हैं। हम दो रुपए में गोबर खरीदते हैं।
- आज गौपालक हो, किसान हो, बेरोजगार साथी हो, हम सबको पैसा देते हैं। हम हर पंद्रह दिन में डीबीटी के माध्यम से पैसा देते हैं।
- हर तीन महीने में किसानों के खाते में पैसे डालते हैं। तेंदूपत्ता संग्राहकों को पैसा भेजते हैं। बेरोजगारों को हर महीने पैसे देते हैं।
- .हम आम जनता को ताकतवर बनाने का काम करते हैं। हमने फैसला किया है कि सात लाख लोगों को पक्की छत देना है। हमने अभी जो सामाजिक आर्थिक सर्वे कराया है उसमें 47 हजार लोग ऐसे मिले हैं जिन्हें मकान चाहिए, उन्हें हम मकान दिलाएंगे।
- हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़िया काम किया है। 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की है। पुरानी पेंशन स्कीम लांच की है। कोटवारों, मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाया है।
- हम अपने त्योहारों पर अवकाश दे रहे हैं। बहुत सुंदर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं। राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य इनके आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। छत्तीसगढ़ को सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से समृद्ध करने का काम हम लोग करेंगे।