रायपुर – छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने आज रायपुर के ईडी कार्यालय में हल्ला बोला। प्रदेश कांग्रेस कमेटी और शहर कांग्रेस ने ईडी दफ्तर का घेराव किया। धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद कांग्रेस ने रमन सरकार में हुए कथित घोटाले को लेकर ईडी को ज्ञापन सौंपा और जांच करने की मांग की। इस दौरान रायपुर नगर निगम महापौर एजाज ढेबर, कांग्रेस नेता सन्नी अग्रवाल सहित भारी संख्या में कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस ने कहा कि चुनाव से पहले केंद्र सरकार कांग्रेसियों को टारगेट कर रही है। कांग्रेस ने नारा लगाते हुए कहा कि ‘ईडी, आईटी और सीबीआई भाजपा के 3 जमाई’। कांग्रेस नेताओं पर राजनीतिक दबाव और षड्यंत्र करके कार्रवाई हो रही है तो बीजेपी के प्रमाणित घोटालों की जांच से उन्हें परहेज क्यों है। कांग्रेस कार्यकर्ता रात तक बारी-बारी से ईडी दफ्तर के बाहर मौजूद रहेंगे। इस मौके पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर समेत सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद हैं।
जानें कांग्रेस ने क्या लिखा है ईडी को सौंपे ज्ञापन में
प्रवर्तन निदेशालय, क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस ने लिखा कि’ छत्तीसगढ़ में भाजपा रमन सिंह की सरकार के दौरान 36 हजार करोड़ का नाम घोटाला, 6200 करोड़ का चिटफंड घोटाला, हजारों करोड़ों का रतनजोत घोटाला हुआ था। इन घोटालों में सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग हुई थी। रमन सरकार की ओर से किए गए ये प्रमाणिक घोटाले हैं। राज्य सरकार इनमें से कुछ में जांच भी करवा रही है। इन मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी की ओर से की जानी चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी ईडी को पत्र लिखकर घोटालों की जांच के लिए अनुरोध किया था। उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ और ना ही छत्तीसगढ़ के रमन राज की घोटाला की कोई जांच शुरू हुई। ये गड़बड़ियां भाजपा सरकार के समय हुई थी, क्या इसलिए इसकी जांच से ईडी को परहेज है? कांग्रेस ने आग्रह करते हुए लिखा कि जनहित में छत्तीसगढ़ के नाम चिंट फंड और रतनजोत घोटाले की जांच तुरंत शुरू करें। अपनी मांग को लेकर हम ईडी कार्यालय के सामने शांतिपूर्वकर धरना देंगे।