सत्ता में 15 वर्षों तक भाजपा काबिज रहने के बाद नही लिया ग्राम तौरेंगा का सूध
शेख हसन गरियाबंद – गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 22 किमी दूर नेशनल हाइवे 130 सी किनारे स्थित ग्राम तौरेंगा एक ऐसा गांव है जिसे प्रदेश देश और विदेशो में भी जाना जाता है कारण तौरेंगा स्थित वन विभाग विश्राम गृह का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है 41 वर्ष पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी ओड़िशा से कार के माध्यम से लौटते समय तौरेंगा विश्राम गृह मे 4 -5 घंटे रूककर यहां के ग्रामीणों से मूलाकात किया था और उनके समस्याओं के संबंध में उनसे चर्चा भी किया था अटल जी 1977 से 1979 तक देश के विदेश मंत्री रहे इसलिए उन्हे क्षेत्र की जनता उस समय भी भली भांति जानते थे और अटल बिहारी वाजपेयी के तौरेंगा आने की खबर लगते ही तत्कालीन भाजपा के मंडल अध्यक्ष स्वर्गीय कंवलदास वैष्णव मैनपुर भाठीगढ़ के साथ बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और क्षेत्र के वरिष्ठ लोगो ने अटल जी से तौरेंगा विश्राम गृह में मूलाकात किये थे और तस्वीर खिचवाई थी जो आज भी पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष स्वर्गीय कंवलदास वैष्णव के निवास में लगा हुआ है। गरियाबंद जिले के भा
जपा के वरिष्ठ नेता मुरलीधर सिन्हा ने चर्चा करते हुए बताया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जुलाई माह 1982 में ओड़िशा से लौटते समय तौरेंगा विश्राम गृह में रूके थे और क्षेत्रवासियो ने उनका जोरदार स्वागत किया था यहां से जब अटल जी रायपुर के लिए रवाना हुए तो उन्होने अपना चश्मा तौरेंगा विश्राम गृह में छोड़कर चले गये थे जिसे वन विभाग के उस समय के अधिकारी द्वारा मोटर साइकिल से रायपुर तक पहुंचाया गया था।
भाजपा 15 वर्ष सत्ता में काबिज रहने और लगातार क्षेत्र में भाजपा के सांसद विधायक होने के बावजूद तौरेंगा की उपेक्षा
छत्तीसगढ़ राज्य में लगातार भाजपा 15 वर्षो तक सत्ता में काबिज रही और तो और क्षेत्र में भाजपा के लगातार तीन बार विधायक सांसद चुने जाने के बावजूद ग्राम तौरेंगा उपेक्षा की शिकार होते गया है वर्तमान में क्षेत्र में भाजपा के विधायक और सांसद है इसके बाद भी ग्राम तौरेंगा मूलभूत समस्याओं को जूझ रहा है जबकि क्षेत्र के भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं द्वारा ग्राम तौरेंगा को आदर्श ग्राम और सर्वसुविधा उपलब्ध ग्राम के लिए कई बार मांग करने के बाद भी इस गांव का विकास नही हो पाया और तो और केन्द्र में भी भाजपा की सरकार है। आजादी के 75 वीं वर्षगांठ को अमृत उत्सव के रूप में पुरे देश में मनाया जा रहा है, लेकिन आजादी के सात दशक बाद भी ग्राम तौरेगा में आज तक बिजली की रौशनी नही पहुची है यह ग्राम पंचायत में 50 प्रतिशत आबादी विशेष पिछडी जनजाति कमार आदिवासियों की है और सबसे मजेदार बात यह है कि इस गांव के ऊपर से होकर 132/33 केव्ही विद्युत केन्द्र में बिजली की हाईटेंशन तार गई है इसके बावजूद दिया तले अंधेरा को यह गांव चरितार्थ कर रहा है। ग्राम पंचायत तौरेंगा कि जनसंख्या लगभग 1830 के आसपास है। ग्राम तौरेंगा मूलभूत बुनियादी सुविधाओ के लिये तरस रहा है स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पेयजल, राशन जैसे मूलभूत सुविधाएं इन्हे उपलब्ध नही हो पा रही है जबकि यह गांव नेशनल हाइवे मे बसा होने के कारण आये दिनो बड़े अफसर व भाजपा के सांसद विधायक इस ग्राम से होकर गुजरते है और यहां के ग्रामीण हमेशा इस ग्राम मे बिजली लगाने की मांग प्रमुखता के साथ करते है। आज तक इस गांव मे बिजली नही लगी है, कहने को गांव में सौर उर्जा प्लेट लगाया गया है लेकिन वह महज एक दो घंटे ही जल पाता है फिर पुरी रात ग्राम लालटेन की रौशनी मे जिंदगी बसर करने मजबूर हो रहे है। ग्राम पंचायत तौरेंगा के सरपंच परमेश्वर नेताम, उपसरपंच अनूप कुमार कश्यप ने बताया कि इस गांव की सबसे पुरानी मांग बिजली की है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है।
कमार जनजाति योजनाओं का भी लाभ नही मिल रहा है
तौरेंगा में कमार जनजाति के लोग बडी संख्या में निवास करते है और इन जनजाति के विकास के लिए राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा कई योजनाए संचालित किया जा रहा है गरियाबंद कमार परियोजना कार्यालय भी बनाया गया है लेकिन कमार विकास अभिकरण की योजनाओं का लाभ यहा के कमार जनजाति के लोगो को नही मिल पा रहा है, ग्रामीण फुलसिंह,नीतराम,रामसिंह ने बताया कि कमार जनजाति योजनाओं का लाभ ग्रामीणो को नही मिल पा रहा है।
तौरेंगा में अटल जी की प्रतिमा जल्द लगाई जायेगी
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी तौरेंगा आये थे जो हमारे क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है क्योकि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य की सौगात प्रदेश को दिया है जल्द ही तौरेंगा में अटल जी की प्रतिमा स्थापित किया जायेगा जिसके लिए मांग किया गया है।