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मैनपुर में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर हजारो आदिवासियों ने आक्रोश मौन विशाल रैली निकाली

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मैनपुर – विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आज बुधवार को तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर सहित पूरे विकासखण्ड क्षेत्र में हजारो आदिवासियों ने धुमधाम के साथ त्यौहार मनाया तो वही दुसरी ओर मणीपुर हिंसा वन कानून 2023 समान नागरिक संहिता एवं देशभर में हो रहे आदिवासियों पर जुल्म शोषण अत्याचार को लेकर मौन आक्रोश विशाल रैली निकाली गई राष्ट्रपति के नाम मैनपुर एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया। सुबह 10 बजे सामुदायिक भवन में कार्यक्रम का शुभारंभ ईष्ठदेव बुढ़ादेव की पूजा अर्चना कर किया गया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति एवं सर्व आदिवासी समाज महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमति लोकेश्वरी नेताम, विशेष अतिथि पूर्व जिला पंचायत सभापति सियाराम ठाकुर, वरिष्ठ आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव, पूर्व सरपंच नोकेलाल ध्रुव, जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी, कमार विकास अभिकरण के सदस्य पिलेश्वर सोरी, कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि हेमसिंह नेगी, गुंजेश कपिल, प्रताप मरकाम, धनसिंह नेगी, सुभाष मरकाम, सरपंच खेलन दीवान, रामस्वरूप मरकाम, संतोष ध्रुव विशेष रूप से उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सभापति श्रीमति लोकेश्वरी नेताम ने कहा आज देश में लगातार आदिवासियो का शोषण किया जा रहा है आदिवासियो से उनके जमीन छीनी जा रही है हमारी संस्कृति पर हमला किया जा रहा है जिसे बर्दास्त नही किया जायेगा। उन्होने कहा मणीपुर की घटना पूरी दुनिया और मानवता को शर्मसार किया है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सियाराम ठाकुर ने कहा आदिवासी कला एंव संस्कृति छत्तीसगढ की अनमोल धरोहर है, आदिवासियों के विकास के लिए सभी एकजुट होकर संघर्ष करेंगे, उन्होने पुरा बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के समस्याओं के बारे में विस्तार से बताते हुए सिंचाई सुविधा, बढाने से क्षेत्र में किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की बात कही, साथ ही क्षेत्र के सडक, स्वास्थ्य, शिक्षा बुनियादी समस्याओं के बारे में विस्तार से बात रखते हुए आदिवासी समाज के विकास के लिए भी एकजुटता के साथ संघर्ष करने की बात कही। वरिष्ठ आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम ने कहा आज आदिवासियो पर फर्जी मुकदमा बनाकर उन्हे जेल भेजा जा रहा है जिसके कारण हमें विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आक्रोश रैली निकालना पड़ रहा है। कार्यक्रम को अनेक आदिवासी दिग्गज नेताओं ने संबोधित किया।

आक्रोश मौन रैली में हजारो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए

सामुदायिक भवन मैनपुर से आक्रोश मौन रैली निकाली गई जो जनपद पंचायत मार्ग नेशनल हाइवे बस स्टैंड होते हुए मैनपुर के अंतिम नगर सीमा पर पहुंची और राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया ज्ञापन में प्रमुख मांग मणीपुर के दरिंदो को बीच चैराहे में शीघ्र फांसी दिया जाये, वन कानून 2023 को शीघ्र वापस लिया जाये, समान नागरिक संहिता यूसीसी को लागू नही किया जाये व आदिवासियों को यूसीसी से बाहर रखकर विशेष नागरिकता का दर्जा दिया जाये, देश में आदिवासियों पर हो रहे अन्याय अत्याचार को रोकने के लिए विशेष कानून बनाकर आदिवासियो को सुरक्षा दिलाई जाये। इस मौके पर प्रमुख रूप से खिलेन्द्र ठाकुर, विकास कपिल, दुलेन्द्र नेगी, अरविंद नेताम, श्रवण दीवान, भावेश शांडिल्य, त्यागी नेताम, गजेन्द्र नेगी, बसंत, ईशु ध्रुव, योगेन्द्र मरकाम, रमुला सोरी, बेतारीन नेताम, अनुसुईया ध्रुव, लीना नेताम, कामेश्वरी ध्रुव, कलेन्द्र फरस, जयचंद मरकाम, लोकेश मरकाम, वेदप्रकाश नागेश, शरद नेगी, राजा मरकाम, डोमार नेताम, अंजुलता नेताम, प्रीती नेताम, निर्मला ध्रुव, गोदावरी ध्रुव, उषा, केजाबाई, जमुना बाई, सरोज, राजकुमारी, हीरा, अंशु, गंगा ध्रुव सहित हजारो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। शांति व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस के बल तैनात किया गया था।