दुर्ग – भूपेश का संभागीय मुख्यालयों के युवाओं से भेंट-मुलाकात का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री आज शुक्रवार को दुर्ग संभाग के युवाओं के साथ भेंट-मुलाकात के लिए जयंती स्टेडियम, सेक्टर-6, भिलाई भेंट-मुलाकात स्थल पहुंचे. कार्यक्रम स्थल में छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर, राज गीत के साथ युवाओं से भेंट–मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की.
के आगमन के साथ ही युवाओं का जोश दोगुना हो गया है. धुमाल और बैंड परफॉर्मेंस की धुन में उत्साहित युवाओं के कका कका के नारे से गूंज उठा जयंती स्टेडियम. भूपेश बघेल ने युवाओं से अपने संबोधन की शुरुआत की. कका अभी जिंदा है कहकर अपनी बात की आरम्भ.
इस दौरानभूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले साल 4 मई से हमने भेंट मुलाकात कार्यक्रम आरम्भ किया. सबसे भेंट की. समाज प्रमुखों से मिले. उस समय मन में आया कि युवाओं के साथ पृथक से संवाद हुआ.बघेल ने पूछा कि किन युवाओं ने रायपुर और बिलासपुर का प्रोग्राम यूट्यूब से देखा.युवाओं ने आवाज लगाई हमने. बघेल ने कहा कि कुछ युवाओं ने अपनी आकांक्षा बताई. उनका जो सपना है. वही हमारे पुरखों का भी सपना था. सरकार का भी यही सपना है. पौने 2 लाख करोड़ रुपये पैसा डालने का काम हमारी सरकार ने किया. इससे मंदी नहीं आई. यूनिवर्सिटी खोले, 4 मेडिकल कॉलेज खोले. जहां -जहां भेंट मुलाकात के लिए गए, दो मांग आती है स्वामी आत्मानंद स्कूल खोल दें और खोल बैंक दें. इतने साल हो गए इंग्लिश माध्यम के कॉलेज नहीं थे. हमने 10 कॉलेज खोले. आगे भी खोलेंगे.
अब छत्तीसगढ़ की पहचान हमारी विशिष्ट संस्कृति से है. चाहे आदिवासी परम्परा हो, राम वन पथ गमन हो, कबीर सरोवर हो या बाबा घासीदास के पुण्यस्थलों से जुड़े स्थलों का विकास. 1 मई को जब हम बोरे बासी खाये तो सभी ने खाया. अब शिक्षा और संस्कृति से सम्पन्न भविष्य नई पीढ़ी का होगा.
भूपेश बघेल ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि पिछले साल 4 मई से हमने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की. शहर और गांव क्षेत्र में सभी वर्गों के लोगों से मुलाकात की. उस समय से ही मन में था कि युवाओं के साथ भेंट-मुलाकात करना है. इस क्रम में पहले रायपुर में भेंट-मुलाकात किए और आज दुर्ग संभाग में भेंट-मुलाकत कर रहे हैं. अभी कुछ युवाओं ने मंच में आकर विभिन्न प्रस्तुतियां दी.