नई दिल्ली – विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। विपक्ष ने बुधवार को नोटिस दिया था, जिसे लोकसभा स्पीकर ने स्वीकार कर लिया। अब लोकसभा स्पीकर जो दिन तय करेंगे, उस दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष मणिपुर के हालात पर चर्चा की मांग कर सकता है। वहीं दिल्ली के अध्यादेश पर भी संसद में चर्चा हो सकती है। इसे लेकर जदयू ने राज्यसभा सांसदों को व्हिप जारी किया है। व्हिप में जदयू ने सभी सांसदों को पार्टी के स्टैंड का समर्थन करने की बात कही है। वहीं विरोधस्वरूप विपक्षी सांसद आज काले कपड़े पहनकर संसद की कार्यवाही में भाग लेंगे।
विपक्षी सांसदों के विरोध और काले कपड़े पहनने पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्षी जो तैयारी करके आए हैं, उसमें भी विविधता है। कांग्रेस पार्टी ने बिना किसी विपक्षी पार्टी से बातचीत किए अविश्वास प्रस्ताव दिया है…अविश्वास प्रस्ताव लाने से और काले कपड़े पहनने से कुछ नहीं होगा, बाद में काला पहनकर ही घूमना पड़ेगा। जोशी ने कहा कि गृहमंत्री तीन दिन के लिए मणिपुर गए थे।
वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री, मणिपुर के लोगों के घाव पर नमक छिड़क रहे हैं। जिस समय हम बोल रहे हैं कि वे मणिपुर जाकर देश की व्यवस्था संभाले, राष्ट्रहित में काम करें, उस समय वे यहां भाषण दे रहे हैं। पहली बार हमें ऐसा पीएम मिला है जो देश के एक हिस्से में आग लगने के बावजूद भाषण में मग्न है। यह काला कपड़ा पीएम मोदी के अहंकार के खिलाफ है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि विपक्ष का काम है विरोध करना, वे करें। देश बहुत तेज़ी से तरक्की कर रहा है लेकिन उन्हें यह पसंद नहीं आ रहा। वे कुछ भी करें उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी की सोच बहुत आगे की है। PM ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का सपना देखा है, क्या वे इसे रोकना चाहते हैं?
वहीं विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। राज्यसभा में हंगामा जारी है।
विपक्षी गठबंधन INDIA के सभी सदस्य आज काले कपड़े पहनकर मणिपुर के हालात पर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताएंगे। विपक्ष, मणिपुर के हालात पर विस्तृत चर्चा और प्रधानमंत्री से इस पर बयान देने की मांग कर रहा है। गुरुवार को विपक्षी नेताओं की बैठक भी हुई, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
कांग्रेस सांसद जेबी माथेर ने कहा है कि ‘संजय सिंह और टीम इंडिया संसद के बाहर अपने धरने प्रदर्शन के चौथे दिन में प्रवेश कर गए हैं। यह देश और टीम इंडिया मांग कर रही है कि प्रधानमंत्री मोदी संसद आएं और मणिपुर पर बयान जारी करें और उस पर विस्तृत चर्चा भी हो। 20 जुलाई से हम ये मांग कर रहे हैं लेकिन ना इस पर कोई चर्चा हुई है और ना प्रधानमंत्री इस पर बयान दे रहे हैं। हमने ऐसी कई घटनाएं देखी हैं, जहां जो लोग सत्ता में हैं, उन्होंने इस्तीफा दिया और जवाबदेही दिखाई। बीते तीन महीने से मणिपुर जल रहा है और हमारे प्रधानमंत्री ने इस पर एक बयान तक जारी नहीं किया है। सरकार इस मुद्दे पर संसद में चर्चा भी नहीं होने दे रही है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि आज लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा।’
विपक्षी हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित; जेडीयू ने जारी किया व्हिप
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। यह अविश्वास प्रस्ताव इसलिए नहीं है कि हम प्रधानमंत्री को पसंद नहीं करते हैं बल्कि हम मणिपुर के लोगों के लिए जवाबदेही तय करना चाहते हैं। उनके (सरकार) पास सदन में बहुमत है लेकिन नैतिक बहुमत नहीं है….अगर प्रधानमंत्री मोदी इस पर बोलते हैं तो हो सकता है कि मणिपुर में हालात बेहतर हो जाएं। हम सिर्फ चाहते हैं कि संसद मणिपुर की घटना पर एकजुट होकर दुख जाहिर करे…अगर मणिपुर को यह महसूस नहीं कराया गया कि वह हमारा हिस्सा हैं तो पूरी संघीय व्यवस्था के लिए इससे खतरनाक कुछ नहीं हो सकता।