नई दिल्ली – जब से मणिपुर में 2-3 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो सामने आया है, देशभर के लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। आज संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर की घटना पूरे सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली घटना है। मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो कुछ हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि पीएम मोदी ने ऐसे समय में यह बात कही, जब सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए सरकार से रिपोर्ट तलब की है। विपक्ष सीएम का इस्तीफा मांग रहा है। यह भी सवाल उठ रहे हैं कि दो महीने से क्या मणिपुर के हालात के बारे में पीएम को पता नहीं था? मणिपुर में हैवानियत पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री हैं, क्या उन्हें नहीं मालूम था कि मई में इस तरह का रेप हुआ। उन्हें पता था, पर जब वीडियो वायरल हो गया तब मजबूरी में प्रधानमंत्री को अपनी जबान से तकलीफ का इजहार करना पड़ा। ओवैसी ने कहा, ‘महिलाओं के कपड़े उतारकर, बाप और भाई का कत्ल कर खेत में ले जाकर 15 साल का लड़का 40 साल की महिला का रेप करता है…. और पीएम को दो महीने बाद ख्याल आया।’
प्रधानमंत्री को दो महीने के बाद ख्याल आया कि वहां पर कूकियों का नरसंहार हो रहा है। पीएम मजबूरन इसलिए बोले क्योंकि वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो चुका है। कैसे महिलाओं को पुलिस की कस्टडी से निकालकर, उनके कपड़े उतारकर, उनके बाप और भाई का कत्ल करके खेत में ले जाकर 15 साल का लड़का 40 साल की महिला का रेप करता है। वीडियो नहीं आता तो क्या पीएम रिएक्ट करते?
ऐसा ही कश्मीर में होता तो…
ओवैसी ने कहा कि दो महीने पहले से पीएम क्या कर रहे थे, क्यों मणिपुर पर नहीं बोले। अगर 6000 हथियार लूटे गए, 60,000 गोलियां लूटी गईं। अगर उसमें से 10 हथियार और 100 गोलियां कश्मीर में लूटी जातीं तो क्या करते ये लोग? ये पूरा मेजॉरिटेरियन प्रोजेक्ट है प्रधानमंत्री का। इसीलिए आप देख रहे हैं कि मणिपुर में कूकी लोगों का नरसंहार किया जा रहा है। वहां के सीएम इसकी इजाजत दे रहे हैं।
मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है। मणिपुर की घटना पूरे सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली घटना है। कानून जो कर सकता है, करेगा – PM मोदी
ओवैसी ने आगे कहा कि अगर पीएम वाकई में कूकी कबीले की महिलाओं को इंसाफ दिलाना चाहते हैं जिनका रेप हुआ है तो वह सीबीआई जांच का आदेश दें। सर काटकर लगा दिया जाता है। बीजेपी का विधायक लोगों के साथ मिलकर सेना को रोकता है और आतंकियों को लेकर जाने नहीं देता है। आप कूकियों को नहीं बचा रहे।
ओवैसी ने मणिपुर सरकार को घेरते हुए कहा कि सीएम सवाल करने वाले को कहते हैं कि तुम म्यांमार के हो। पुलिस को भेजूं। 130 चर्चों को जला दिया गया। आज दो महीने के बाद पीएम बोल रहे हैं कि तकलीफ हो रही है। ओवैसी ने कहा कि सब रिपोर्ट पीएम के पास है। अगर यह वीडियो नहीं आता तो प्रधानमंत्री आज नहीं बोलते।
सुप्रीम कोर्ट बोला,… तो हम करेंगे कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने के वीडियो से वह बहुत व्यथित है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इसे पूरी तरह अस्वीकार्य बताया। पीठ ने केंद्र और राज्य सरकार से फौरन कदम उठाने और उसे यह बताने का निर्देश दिया कि क्या कार्रवाई की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा, ‘हम सरकार को कार्रवाई के लिए थोड़ा समय देंगे और अगर जमीनी स्तर पर कुछ नहीं होता है तो हम कार्रवाई करेंगे।’
सिब्बल बोले, ऐसे बेटी बचाएंगे
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, ‘कम से कम प्रधानमंत्री बोले। यह घटना 3 मई की है और पीएम को यह पता होना चाहिए था। अगर उन्हें पता नहीं तो सिस्टम में बड़ी खामी है। मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, आगजनी, हमले, हत्याएं, लूट… पीएम अब तक खामोश क्यों रहे… यह लोकतंत्र में दुर्भाग्यपूर्ण है इसीलिए चीफ जस्टिस को सरकार से ऐक्शन के लिए कहना पड़ा। शुक्रवार को इस पर सुनवाई होगी। इसके फौरन बाद प्रधानमंत्री ने यह बयान दिया। पहले नहीं, सुप्रीम कोर्ट के कहने के बाद बोले… बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का क्या हुआ। शर्मनाक।’NBTसे साभार