रायपुर – ग्राम के गली कूचों में बिक रहे अवैध शराब से त्रस्त ग्राम असौंदा के ग्रामीणों द्वारा खोला गया मोर्चा लिप्त शराब कोचियो के आश्वासन के चलते मोर्चा खोलने के करीबन 10 दिन बाद कोचियो पर निगरानी के निर्णय के साथ स्थगित कर दिया गया था । अब मोर्चा स्थगन के लगभग सप्ताह बीतते बीतते कल रविवार 16 जुलाई को अपराह्न 2 बजे ग्रामीणों की एक बैठक आहूत की गयी है जिसमें अवैध शराब बिक्री की वर्तमान स्थिति पर चर्चा कर आवश्यकता पड़ने पर आंदोलन की आगामी रुपरेखा तय की जावेगी । इधर ग्रामीण सूत्रों के अनुसार फिलहाल असौंदा में स्थिति नियंत्रण में है पर नजदीकी ग्राम बिठिया व मुड़पार में कोचियो का बोलबाला है जिसके चलते असौंदा में अब भी स्थिति अशांत बना रहता है ।
ज्ञातव्य हो कि अमेरी से माठ सड़क मार्ग पर पड़ने वाले खरोरा थाना क्षेत्र के ग्राम असौंदा में सड़क किनारे सहित ग्राम के गली कूचों में अवैध शराब बिक्री के चलते ग्रामवासियों सहित सड़क मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को पियक्कड़ों से दो चार होना पड़ता था । आस-पास के ग्राम प्रमुखों सहित ग्रामीणों की मांग पर बीते 2 जुलाई को आहूत बैठक में राजनैतिक – आर्थिक – सामाजिक – व्यक्तिगत राग-द्वेष को भूल गांधीवादी तरीके से इसके खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय ले उसी दिन से रैली निकाल कोचियो को समझाईश देने व ग्रामीणो को जागरूक करने का कार्य महिलाओं ने ग्राम प्रमुखों के साथ शुरू कर दिया था जिसमें कालान्तर में आम ग्रामीणों सहित नौनिहालों ने भी भाग लेना शुरू कर दिया था । धरसीवां विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस ग्राम में ग्रामीणों की एकजुटता को देखते हुये क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अनिता शर्मा व पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल भी अपने अपने राजनैतिक हितों के मद्देनजर इस ग्राम में अवैध शराब बिक्री रुकवाने सक्रिय हो चले थे । इधर ग्रामीणों ने क्षेत्रीय नगर पुलिस अधीक्षक उदयन बेहार व थाना प्रभारी बृजेश तिवारी को भी ज्ञापन सौंपा जिसके चलते पुलिसिया गश्त भी शुरू हो गया था। इसके चलते कोचिये दबाव में आ बीते 10 जुलाई को ग्रामीणों के समक्ष आत्मसमर्पण करते हुये शराब न बेचने का आश्वासन दिया था । इस आश्वासन के परिप्रेक्ष्य में ग्रामीणों ने इन पर सतत् निगरानी रख आंदोलन स्थगित रखने का निर्णय लिया था । इस संबंध में कोचियो के आ
श्वासन पर अति विश्वास न कर समय समय पर समीक्षा बैठक कर आगामी कार्यवाही का रुपरेखा तैयार करने का आग्रह शराब विरोधी मुहिम में सक्रिय किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने ग्रामीणों से किया था । इधर ग्रामीण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद से तो ग्राम के भीतर अवैध शराब बिक्री की शिकायत नहीं है पर आंदोलन स्थगित होने के दूसरे दिन एक कोचिया ग्राम के बाहर नहर पार में जा अन्य ग्राम के ग्रामीणों को फोन से संपर्क कर बुला बुला शराब दे रहा था तो एक अन्य कोचिया तीसरे दिन बाहरी पियक्कड़ को शराब मुहैय्या करा रहा था जिसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण आक्रोश के चलते माफी मांगी व तब से फिलहाल अवैध शराब बिक्री पर अंकुश है । असौंदा के ग्रामीणों के अनुसार नजदीकी ग्राम मुड़पार व बिठिया में फिलहाल शराब कोचियो का बोलबाला है और मुड़पार में तो एक कोचिया ग्रामीणों को चुनौती देते हुये श्मशान घाट में खुले आम शराब बेचता है वहीं बिठिया में एक महिला भी मुख्य शराब विक्रेता बनी हुयी है । क्षेत्रीय जनपद सदस्य सुरेन्द्र वर्मा भी इन दोनों ग्रामो में अवैध शराब बिक्री होने की पुष्टि करते हैं । फिलहाल असौंदा के सरपंच राजेश साहू ने समीक्षा बैठक आहूत करने की जानकारी देते हुये कहा है कि स्थिति की समीक्षा कर जनभावना के अनुरूप निर्णय लिया जावेगा ।