रायपुर – छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कांग्रेसियों को भ्रष्टाचार के मामले पर घेरा है। दरअसल, 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हुई। सभा में नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है और मोदी उन पर कार्रवाई की गारंटी है। इस मामले पर भूपेश बघेल ने बयान दिया था और अब रमन सिंह ने पलटवार किया है।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि -प्रधानमंत्री के जीरो टॉलरेंस पर MP-CG सभा में उन्होंने कहा, भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करेंगे, उनका इशारा भ्रष्ट लाेगों पर है, कांग्रेस के नेता क्यों घबरा रहे हैं। 2014 देश में ऐसी सरकार आई है कि लगातर भ्रष्टाचार पर कार्रवाई हो रही है। जब छत्तीसगढ़ पर कार्रवाई होती है, जब कोयला, शराब घोटाले पर प्रकरण बनते हैं तो कांग्रेसी पंजा उनके संरक्षण में सामने आता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक दिन पहले डॉ रमन सिंह की संपत्ति पर सवाल उठाया था। इसका जवाब देते हुए पूर्व सीएम ने कहा- एक बात लगातार वो 2018 के बाद से कहते हैं, उनकी हर प्रेस कॉन्फ्रेस में ये बात होती है। वो दोहराते हैं डॉ रमन की संपत्ति बढ़ी है। हर बार बयान आता है। मगर बिलासपुर के हाईकोर्ट ने फैसला दिया है। लगता है कोर्ट पर भरोसा नहीं है, कोर्ट ने साफ कहा कि आरोप तथ्यहीन राजनीति से प्रेरित है, खारिज कर दिया था। हर साल चुनाव आयोग में जानकारी दी है, चुनाव आयोग हिसाब लेता है आईटी को जाता है, पूरे मामले में क्लीन चिट मिली है। सभी जांच करने के बाद आयोग ने कह दिया कोई दिक्कत नहीं है।
क्या कहा था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने
शनिवार को मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी की सभा का जिक्र करते हुए कहा कि बहुत जोर-शोर से भ्रष्टाचार का मामला उठाया गया। जीरो टॉलरेंस की बात कही गयी। मध्यप्रदेश में भी पीएम मोदी ने सीना ठोक कर कहा कि एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोडूंगा। हम सोच रहे थे अब कोई भ्रष्टाचारी देश में बचेगा नहीं, लेकिन ठीक 8 दिन बाद जिन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप थे। महाराष्ट्र में सब लोग पाला बदले और सारे के सारे मंत्री बन गए।
चाहे अजित पवार की बात करें, प्रफुल्ल पटेल की, छगन भुजबल, हसन मुशर्रफ इन पर बहुत गंभीर आरोप लगे थे और सबको बुला लिए। प्रफुल्ल पटेल अब सांसद हैं, तो केंद्रीय मंत्री बनेंगे। मगर उन सब के खिलाफ जो आरोप लगा रहे थे, अब वो गंगाजल से धूल गए और सब लोग मंत्री बन गए। इसका मतलब यह है कि किसी भी भ्रष्टाचारी को बीजेपी से बाहर देखना नहीं चाहते।
15 गुना हो गई संपत्ति रमन की प्रॉपर्टी
भूपेश बघेल ने कहा था- रमन सिंह 15 साल के मुख्यमंत्री रहे जो कहते थे कि 1 साल कमीशनखोरी बंद कर दो 15 साल फिर राज करेंगे। रमन सिंह के खिलाफ कितने आरोप नान घोटाला, चिटफंड घोटाला, पनामा पेपर लीक। 2008 में उनकी संपत्ति एक करोड़ थी, 2018 आते-आते 15 करोड़ हो गई। मतलब 15 गुना वृद्धि और वे कोई अलग से काम नहीं करते, ना उनका बेटा करता है। उत्तराखंड के गढ़मुक्तेश्वर में करोड़ों का रिसॉर्ट बना है, यह किसका है, क्यों जांच नहीं कराते।