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अमरनाथ यात्री के खो गए थे 80 हजार रुपये और जरूरी सामान, पुलिसकर्मी ने लौटाए तो अमित शाह ने की तारीफ

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केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के पुलिसकर्मियों को अमरनाथ यात्री का कीमती सामान लौटाए जाने पर सम्मानित किया. शाह ने ट्वीट कर उनकी इस काम की सराहना की है.

जम्मू-कश्मीर – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार (10 जुलाई) को एक अमरनाथ तीर्थयात्री को 80,000 रुपये और अन्य कीमती सामान से भरा बैग लौटाने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो कर्मियों की तारीफ की. मामले को लेकर उन्होंने एक ट्वीट भी किया है. 

जिसमें उन्होंने कहा, “सच्ची वीरता हमारे सम्मान और ईमानदारी के कार्यों में निहित है जो हमारे जीवन पर एक अमिट छाप छोड़ते हैं. इस कहावत को जम्मू-कश्मीर पुलिस के एएसआई दर्शन कुमार और एचसी सतपाल ने सही साबित कर दिखाया है. उन्हें एक बैग मिला जिसमें ₹80000, एक मोबाइल फोन और यात्रा दस्तावेज थे. उन्होंने इसके मालिक, एक तीर्थयात्री का पता लगाया और इसे उसे सौंप दिया. मैं ईमानदारी की मिसाल बनने के लिए उनकी सराहना करता हूं.” 

बता दें, पुलिस अधिकारी सरबल पार्किंग एरिया में तैनात थे और उन्होंने एक अमरनाथ श्रद्धालु का बैग लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया था, जो यात्रा के दौरान खो गया था.

बैग में थी बड़ी रकम 
ये बैग आईओसी रोड, चांद खड़ा, अहमदाबाद, गुजरात में रहने वाले मनु भाई की पत्नी यशोदा बेन का था. इसमें बड़ी रकम (80,000 रुपये), एक मोबाइल फोन और पंजीकरण और आरएफआईडी सहित उनकी यात्रा से संबंधित आवश्यक दस्तावेज थे. बैग में मौजूद सामान को देखते हुए यशोदा बेन और उनके परिवार को होने वाले नुकसान को देखते हुए, एएसआई दर्शन कुमार और एचसी सतपाल ने तुरंत उपरोक्त अधिकारियों को सूचित किया. 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने की सराहना
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से एएसआई दर्शन कुमार और एचसी सतपाल के इस ईमानदारी भरे काम की सराहना करते हुए खबर पोस्ट की थी, जो जम्मू-कश्मीर पुलिस के समर्पण और अखंडता का एक शानदार उदाहरण है. इस ट्वीट को बाद में डीजीपी, एडीजीपी और अन्य पुलिस ट्विटर हैंडल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने रीट्वीट किया.

कब तक चलने वाली है अमरनाथ यात्रा 
दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 31 अगस्त को समाप्त होने वाली है.

तीर्थयात्री जम्मू और कश्मीर में दो मार्गों बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं. सूत्रों ने कहा कि पिछले साल 3.45 लाख लोगों ने गुफा मंदिर का दौरा किया था और इस बार ये आंकड़ा पांच लाख तक जा सकता है.