Home छत्तीसगढ़ रेत के अवैध परिवहन की भेंट चढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक

रेत के अवैध परिवहन की भेंट चढ़े सरकारी स्कूल के शिक्षक

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धमतरी  न्यूज़ : जिले से सड़क हादसे की खबर सामने आ रही है, यहाँ हाइवा की चपेट में आने से एक शिक्षक की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद गुस्सायें लोगों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया हैं। बताया जा रहा हैं कि पूरे प्रदेश में रेत घाट बंद होने के बाद भी धमतरी जिला में धड़ल्ले से दिनदहाड़े रेत का खनन और अवैध परिवहन किया जा रहा हैं। इसी अवैध रेप परिवहन में लगे हाईवा की चपेट में आकर शिक्षक की मौत हो गयी। गुस्सायें लोगों ने जिला प्रशासन और खनिज विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए गाड़ी में तोड़फोड़ कर मौके पर ही धरना पर बैठ गये।

गौरतलब हैं कि मानसून के आते ही अगले 4 महीने के लिए पूरे प्रदेश में रेत घाटों को बंद कर दिया गया हैं। लेकिन सरकार के इस आदेश का रेत माफियाओं पर कोई असर नही पड़ रहा हैं। जीं हां कुछ ऐसा ही हाल धमतरी जिला का हैं, यहां रेत माफिया घाट बंद होने के बाद भी दिनदहाड़े अवैध तरीके से रेत का खनन कर दुगने कीमत में बेच रहे हैं। यहां आलम ये हैं कि अवैध रेप परिवहन में लगे वाहनों की रफ्तार से आये दिन सड़क दुर्घटना का खतरा बना रहता हैं। सोमवार की सुबह भी ऐेसे ही अवैध रेत परिवहन में लगे हाइवा ने एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को चपेट में ले लिया। बताया जा रहा हैं कि कुरूद निवासी रामचंद्र साहू स्कूल जाने के लिए घर से रवाना हुए थे।

लेकिन रास्त में दोनर धान मंडी के पास तेज रफ्तार हाईवा ने शिक्षक को चपेट में लेकर कुचल दिया। इस हादसे में शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गयी। घटना के बाद नाराज स्थानीय लोगों ने मौके पर ही चक्काजाम कर दिया। स्थानीय लोगों ने अवैध रेत खनन पर कोई कार्रवाई नही होने के कारण सड़क दुर्घटनांए होने का गंभीर आरोप लगाया हैं। उधर चक्काजाम की जानकारी मिलने के बाद अर्जुनी थाना प्रभारी राजेश मरई पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाईश देने का प्रयास करते रहे। लगभग 2 घंटे की मशक्कत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया।

इस संबंध में संयुक्त शिक्षक संघ के सचिव अमित महोबे ने कहा कि उस मार्ग से शिक्षकों का लगातार आना जाना रहता है। घटना की आशंका को देखते हुए पहले ही भी जिला प्रशासन को आवेदन दिया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती है। आखिरकार फिर से एक शिक्षक की जान चली गई यदि इस पर तत्काल एक्शन नहीं लिया जाता है तो आगे संयुक्त शिक्षक संघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा। सड़क संघर्ष समिति के दयाराम साहू ने कहा कि शासन प्रशासन को लगातार जगाने के बावजूद भी किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रेत उत्खनन और रेत से भरी हवा चल रही है। आखिरकार एक परिवार का बेटा फिर से खो दिया गया।