सीधी – जिले में भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के द्वारा आदिवासी नागरिक पर पेशाब करने का मामला सीएम शिवराज के माफी मांगने के बाद भी शांत नहीं हो रहा है। सीएम द्वारा माफ़ी मांगने के बाद भी आदिवासी समाज शायद इस दुर्व्यवहार को अब तक नहीं भुला पाया है। यही वजह है कि समाज से आने वाले राजनीतिक कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी से भी नाराज़ हैं। इनमें से एक जिला महामंत्री विवेक कोल ने पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसके पीछे पार्टी में समानता का आभाव कारण बताया है।
केदारनाथ शुक्ला पर लगाए आरोप
उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर इस्तीफा दिया है। विवेक कोल ने अपने पत्र में विधायक केदारनाथ शुक्ला पर गंभीर आरोपी भी लगाए हैं। विवेक कोल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि, ” विधायक केदार शुक्ला ने हर तरफ अपने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए आतंक मचा रखा है, आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जा कर आदिवासी भाइयों पर अत्याचार किया, सीधी के व्यापारी सुनील भुर्तिया का अपहरण कर जानलेवा हमला करवाया और बाद में अपराधी धर्मेन्द्र शुक्ला को मंडल अध्यक्ष बनवा दिया। इसके साथ ही सीधी के कलाकारों और पत्रकारों को नंगा करके थाने में पिटवाना तो चल ही रहा था कि अब इनके प्रतिनिधि ने आदिवासी समाज के एक भाई के चेहरे में पेशाब कर दिया।
खुलकर लड़ना चाहते हैं आदिवासी भाइयों की लड़ाई
उन्होंने लिखा कि “मेरी बैचेनी बढ़ती ही जा रही है क्योंकि किसी भी मामले में आज तक प्रशासन ने एक भी कार्रवाई नहीं की है। इनके गुंडों के खिलाफ आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जब तक सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल भाजपा में रहेंगे तब तक मेरा यहां दम घुटता रहेगा, इसीलिए मैं आदिवासी भाइयों की लड़ाई बिना किसी दबाब के खुलकर लड़ना चाहता हूँ और पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूँ।”