आईएमडी ने रविवार को कहा था कि केरल में मानसून के पहुंचने की तारीख से तीन से चार दिन की देरी हो सकती है। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में एक जून को करीब सात दिनों के मानक विचल के साथ दस्तक देता है।
नई दिल्ली – मौसम हर पल करवट बदल रहा है। कहीं बारिश की फुहारें पड़ रही हैं तो दूसरी जगहों में गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। लोग बेसब्री से मानसून का इंतजार कर रहे। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को लोगों को खुशखबरी दी है। दरअसल, आठ दिन के देरी के बाद मानसून केरल पहुंच गया है। इससे लोगों को तपती गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है, आईएमडी ने रविवार को कहा था कि केरल में मानसून के पहुंचने की तारीख से तीन से चार दिन की देरी हो सकती है। सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में एक जून को करीब सात दिनों के मानक विचल के साथ दस्तक देता है। विभाग ने मई के मध्य में कहा था कि यह चार जून तक केरल पहुंच सकता है। आईएमडी ने मानसून को लेकर क्या जानकारी दी थी। आइए जानते हैं…
मानसून को लेकर दी थी ये जानकारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा था कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के बढ़ने से परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। साथ ही, पछुआ हवाओं की गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही है और इन हवाओं की गहराई औसत समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर तक पहुंच गई है। मानसून को केरल तट में टकराने में तीन से चार दिन का समय और लग सकता है।
विभाग ने कहा, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बादलों का द्रव्यमान भी बढ़ रहा है। हमें उम्मीद है कि केरल में मानसून की शुरुआत के लिए इन अनुकूल परिस्थितियों में अगले तीन-चार दिनों के दौरान और सुधार होगा। इसकी लगातार निगरानी की जा रही थी। हालांकि करीब आठ दिन की देरी से अब मानसून केरल पहुंचा है।