मशहूर डायरेक्टर-एक्टर आमिर रजा हुसैन का 66 वर्ष की आयु में निधन
मुंबई – आमिर रजा हुसैन एक जाने-माने डायरेक्टर, एक्टर, और आर्टिस्ट थे जिन्होंने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में अपनी महत्वपूर्ण पहचान बनाई थी। उनका जन्म 6 जनवरी 1957 को एक कुलीन अवधी परिवार में हुआ था। हुसैन की परवरिश उनकी मां ने की थी और उनके माता-पिता का तलाक हो चुका था।
आमिर रजा हुसैन ने मेयो कॉलेज, अजमेर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास पढ़ा। उन्होंने जॉय माइकल, बैरी जॉन, और मार्कस मर्च जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों के निर्देशन में कई कॉलेज नाटकों में अभिनय किया।
आमिर रजा हुसैन को फिल्मों में अभिनय करते देखा गया है। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘किम’ (1984) और ‘खूबसूरत’ (2014) शामिल हैं। ‘किम’ एक रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर आधारित फिल्म थी, जिसमें पीटर ओ’टोल ने मुख्य भूमिका निभाई थी। ‘खूबसूरत’ एक रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा फिल्म थी, जिसमें सोनम कपूर और फवाद ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं।
आमिर रजा हुसैन की क्रिएटिव पॉवर ने भारत को विश्वस्तरीय फिल्म उत्पादन के माध्यम से अपनी पहचान दिलाई है। उन्होंने फिल्म ‘द फिफ्टी डे वॉर’ के माध्यम से एक मेगा थिएटर प्रोडक्शन का अनुभव कराया था, जिसे वर्ष 2000 तक किसी भी पैमाने या दृष्टि से दोहराया नहीं गया।हालांकि, यह जानकारी दी गई है कि आमिर रजा हुसैन की मृत्यु हो गई है और वे अपनी पत्नी विराट तलवार और दो बेटों को छोड़कर इस दुनिया से चले गए हैं। उनकी मृत्यु का विषय वर्तमान में दुखद समाचार है और फिल्मी दुनिया में शोक की वातावरण है।
महाभारत’ के ‘शकुनि मामा’ का 78 साल की उम्र में निधन
गूफी पेंटल के निधन की खबर सुनकर हमें दुःख का अनुभव हो रहा है। वे महाभारत सीरियल में शकुनि मामा का किरदार निभाते थे और उनका अभिनय दर्शकों के दिलों में अविस्मरणीय था। उनकी अंतिम यात्रा को आज शाम को आयोजित किया जाएगा और हमें आशा है कि सिनेमा जगत के कई सितारे उनकी अंतिम विदाई में उपस्थित होंगे। उनकी अदाकारी की यादों को सदैव याद रखा जाएगा और वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे।
इस संदर्भ में, महाभारत शो ने दर्शकों का मन जीता था और उनके हर किरदार ने उन्हें प्यार और सम्मान प्राप्त किया था। इस शो में गूफी पेंटल ने शकुनि मामा का किरदार निभाया था। आज भी जब भी हम शकुनि मामा के अभिनय की बात करते हैं, उसमें गूफी पेंटल का नाम सम्मिलित किया जाता है, लेकिन अब हमें उनकी विदाई को स्वीकारना पड़ेगा क्योंकि अब वे हमारे बीच नहीं हैं। उनकी उम्र सिनेमा जगत के लिए बहुत छोटी थी और यह दुखद है कि हमें उनके अदाकारी का आनंद और उनकी शक्ति और प्रेरणा की कमी सहनी पड़ेगी।